जग के कर्ता-धर्ता सुन लो,अंधकार के हर्ता सुन लो,
खुशियाँ हैं,लाचारी भी हैं,थोड़ी अरज हमारी भी है,
करो प्रकाशित जीवन धन को,तन्हाई में डूबे मन को,
भूख और बेगारी हर लो, सारी अत्याचारी हर लो,
भ्रष्टाचार मिटाने आओ,सच्चा मार्ग दिखाने आओ,
देश बने फिर न्यारा जग में,फैले भाईचारा जग में,
भेद भाव से मुक्ति दिला दो,सदभाओं की युक्ति दिला दो,
सबको सत्य वचन से भर दो,हर ग़रीब को धन से भर दो,
मकर राशि में दिव्य पुंज ले,कुछ यूँ करो प्रवेश,
हे मेरे जीवन के दाता, हे मेरे तापेश.
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