गगन
ख्वाहिश.
हमसे बस दो बातें शायद, उनकी भी मजबूरी है.
कहते हैं नफरत के खातिर, थोडा प्यार जरूरी है.
उनकी यादें दिल में लेकर, मैं जागा हूँ रातों को
,
पर उनका सपना बनाने की, चाहत मगर अधूरी है.
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