गगन
गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014
मदहोशी .
तेरे जुल्फों की खुशबू से मदहोशी सी छा जाती है.
हो सके अगर तो ख़त मेरे सिरहाने रख कर मत सोना.
जय सिंह"गगन"
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