मशवरा





दिल के तार बजेंगे प्यारे, सपनों में झंकार चाहिए.

पत्थर बन कर मोम बहेंगे, बस थोडा सा प्यार चाहिए.

2 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. शुक्रिया रानी मैडम...उम्मीद करता हूँ आगे भी इस ब्लॉग पर आप का आगमन होगा तथा रचनाओं को आप के खूबसूरत कमेंट्स मिलेंगे.

      हटाएं